
समाजवादी पार्टी के खेमे की एक बार फिर खुलकर सामने आ गई है, पीलीभीत में समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता हाजी रियाज अहमद की परंपरागत सीट माने जाने वाली शहर विधानसभा की सीट पर सपा के पूर्व राज्य मंत्री रहे,हेमराज वर्मा के भाई अरुण वर्मा ने अपनी दावेदारी पेश की है। जिसके बाद पीलीभीत का राजनैतिक माहौल गर्म हो गया है।
पीलीभीत शहर के निजी होटल में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान सपा के पूर्व राज्य मंत्री रहे हेमराज वर्मा के भाई और वर्तमान में समाजवादी पार्टी के टिकट पर वर्तमान में मरौरी ब्लॉक के ब्लॉक प्रमुख अरुण वर्मा ने हाजी रियाज अहमद की परंपरागत शहर विधानसभा की सीट पर अपनी दावेदारी पेश की है, इतना ही नहीं पार्टी से मांगे गए आवेदनों में अरुण वर्मा ने अपना आवेदन पेश किया है, साथ ही प्रेस वार्ता के दौरान पूर्व राज्य मंत्री के भाई ने यह दावा किया है, कि पिछले प्रत्याशी की तुलना में अधिक वोटों से जीतकर समाजवादी पार्टी के खेमे में इस सीट को देंगे और सपा के मुखिया अखिलेश यादव को और मजबूत करेंगे।
पहले भी अपने ही कर चुके हैं विश्वासघात- अरुण वर्मा
प्रेस वार्ता के दौरान सत्ता तो सत्ता अपनों पर भी गुमनाम शब्दों में धोखा देने का आरोप ब्लाक प्रमुख मरौरी अरुण वर्मा ने लगाया प्रेस वार्ता के दौरान ब्लाक प्रमुख का कहना था कि सत्ता परिवर्तन होने के बाद जब भाजपा सत्ता में आई तो उनके ब्लॉक में भी अविश्वास प्रस्ताव लाने का प्रयास किया गया जिसमें उनकी ही पार्टी के कुछ लोग शामिल थे यह इशारा किसकी तरफ था यह कह पाना मुश्किल है फिलहाल गुमनाम शब्दों में अपनों पर ही वार किया गया।
आवेदन करना अधिकार है-हाजी रियाज
वही जब सपा के दिग्गज नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे हाजी रियाज अहमद से उनकी परंपरागत सीट पर उनकी ही पार्टी के पूर्व राज्य मंत्री के भाई की दावेदारी के बारे में बातचीत की गई, तो उन्होंने कहा दावेदारी करना संवैधानिक अधिकार है,इस पर नाराज होने वाली कोई बात नहीं। पार्टी तय करेगी चुनाव किसे लड़ना है।